एपिलेपेप्सी का लक्षम क्या है
एपिलेप्सी एक विकार है जिसमें व्यक्ति को नियमित रूप से अचानक और असंयमित
मस्तिष्कीय धारणों का अनुभव होता है। यहां हम एपिलेप्सी के मुख्य लक्षणों पर
विस्तार से चर्चा करेंगे । “एपिलेपेप्सी का लक्षण क्या है” जानने के लिए
नीचे बिस्तार से पड़िए:
1.
आंदोलन और असामान्य धारण: एपिलेप्सी के मरीजों को अचानक और
असंयमित मस्तिष्कीय आंदोलनों का अनुभव होता है। इन आंदोलनों के दौरान मरीज विभिन्न
तरह के लक्षणों को देख सकते हैं, जैसे कि अकेलेपन, अवस्थिति में बदलाव, अनुभवों और विचारों की असामान्यता, अवांछित आवाजों या अचानक कर्कश ध्वनियों का
निकलना, अवसाद या उत्तेजना, शरीर की अचानक या असामान्य गतिविधि जैसे अंग
तेजी से हिलना या झूलना आदि।
2.
अवसाद या भय: एपिलेप्सी के मरीजों में आंदोलन के दौरान
अवसाद या भय की अनुभूति हो सकती है। वे अपने आपको भयानक अवस्था में महसूस कर सकते
हैं और उन्हें लग सकता है कि उनका मौत करीब है। यह अवस्था उन्हें बहुत चिंतित कर
सकती है और उनके जीवनशैली,
कार्यक्षमता और सामाजिक
जीवन पर असर डाल सकती है।
3.
भूतपूर्व चेतावनी या आंतरिक अनुभव: कुछ लोगों में, एपिलेप्सी के आगमन से पहले भूतपूर्व चेतावनी के
लक्षण हो सकते हैं। वे मस्तिष्क की असामान्य संवेदनशीलता के कारण आंतरिक अनुभव कर
सकते हैं, जैसे कि आंखों के सामने
झापकते या चमकते हुए बिंदुओं का अनुभव, आवाज के सुनने के दौरान गूंज या दूसरे असामान्य शब्दों का सुनना, भूख लगने या स्वाद की अनुभूति में परिवर्तन, आत्मसम्मोहन की भावना, या आंतरिक अनुभवों की अचानक प्रवृत्ति।
4.
शरीर के असामान्य गतिविधि: एपिलेप्सी के मरीजों में आंदोलन
के दौरान शरीर की असामान्य गतिविधि देखी जा सकती है। यह शरीर के भिन्न-भिन्न
हिस्सों के झूलने, ठहराव, अटकने, अकेलेपन, अस्थिरता, मुड़ी हुई आंखें, जीभ चढ़ाना, गर्दन को मुड़ाना, या अपरिचित शब्द निकालने
जैसे आंग गतिविधियों के रूप में दिख सकती है।
5.
असंयमित व्यवहार और मूड स्विंग: एपिलेप्सी के मरीजों में
असंयमित व्यवहार और मूड स्विंग के लक्षण भी हो सकते हैं। इन्हें जबरदस्ती की
आवाजें निकालना, रोना, गुस्से में आकर वस्त्रफहर करना, लोगों को धक्का देना, खुद को चोट पहुंचाना, निराशा या उदासी, चिंता, निद्रा विकार, खुद को अलग करने की कोशिश
करना, या सामाजिक संपर्क में
असामर्थ्य के रूप में देखा जा सकता है।
6.
निर्देशांक स्तर में कमी: कुछ मरीजों में एपिलेप्सी के
दौरान निर्देशांक स्तर में असामान्यता हो सकती है। वे अचानक विचारों, अनुभवों, और ज्ञान के अभाव में महसूस कर सकते हैं, जो उन्हें संदेहपूर्ण,
भ्रमात्मक या अस्थिर महसूस
करा सकते हैं।
एपिलेप्सी के लक्षण व्यक्ति से व्यक्ति भिन्न हो सकते हैं और इनमें अवधारणाओं
और उपयोगिता की विभिन्न ग्रेडेशन हो सकती है। इसलिए, यदि आपको एपिलेप्सी के लक्षणों का अनुभव होता है, तो आपको एक चिकित्सक या न्यूरोलॉजिस्ट की सलाह
लेनी चाहिए। एक व्यापक मानचित्रण और आपातकालीन उपचार आपकी स्थिति के निर्धारण और
उपचार के लिए महत्वपूर्ण होंगे।

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